शहडोल : कौन गलत कौन सही सहायक आयुक्त या संकुल प्राचार्य ……….??? , वरिष्ठ अधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखता प्रभारी प्राचार्य , नहीं छूट रहा कुर्सी का मोह , फेविकोल का मजबूत जोड़ कुर्सी से चिपका राकेश ,
कौन गलत कौन सही सहायक आयुक्त या संकुल प्राचार्य ……….??? ,
वरिष्ठ अधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखता प्रभारी प्राचार्य ,
नहीं छूट रहा कुर्सी का मोह , फेविकोल का मजबूत जोड़ कुर्सी से चिपका राकेश ,
शहडोल (संजय गर्ग)। शिक्षा विभाग में अति भ्रष्ट प्राचार्यो की श्रेणी में अव्वल नंबर पर नाम दर्ज करने वाला प्रभारी प्राचार्य राकेश श्रीवास्तव एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है ।
जो अब अपने ही विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना कर शासकीय हाई स्कूल जोधपुर के प्राचार्य की कुर्सी में फेविकोल का मजबूत जोड़ लगाकर कुर्सी से चिपका हुआ है।
ऐसा हुआ था आदेश पर नहीं हो रहा पालन
दिनांक 10 दिसंबर 2024 को कार्यालय आयुक्त जनजाति कार्य विभाग भोपाल के द्वारा पत्र क्रमांक 4 टी/ (27) 2024 23422 में प्रदेश के समस्त संभागीय उपायुक्त जनजाति कार्य एवं सहायक आयुक्तों को संलग्नीकरण समाप्त करने के निर्देश जारी किए गए थे।
इसके पश्चात दिनांक 12 दिसंबर 2024 को जनजाति कार्य विभाग शहडोल के पत्र क्रमांक ज 0 जा 0 का 0/ शिक्षा / स्था 0/2024 10651 का हवाला देते हुए कार्यालय संकुल प्राचार्य संकुल केंद्र सिंहपुर के द्वारा सहायक आयुक्त के आदेश के परिपालन में अपने संकुल केंद्र में विनय प्रकाश सिंह , सोनू सिंह , एवं राकेश श्रीवास्तव का सलंग्नीकरण समाप्त कर उनके मूल पद पर भेजने हेतु आदेश जारी किया।
जिसमें राकेश श्रीवास्तव के द्वारा सभी आदेशों को ताक में रखकर
शासकीय हाई स्कूल जोधपुर में जमा हुआ है।
आदेश लेने करता इनकार
प्रभारी प्राचार्य राकेश श्रीवास्तव जो कि लंबे समय से संलग्न कारण के चलते हाई स्कूल जोधपुर में पदस्थ थे जिनका सलंग्नीकरण समाप्त कर उन्हें शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोड़ारू के मूल पद पर भेजा जा रहा है। लेकिन अपने ढीठ रवैये के चलते प्रभारी प्राचार्य राकेश श्रीवास्तव आदेश लेने से इनकार कर रहे हैं। ऐसा सूत्र बताते हैं।
पूर्व से विवादित था प्राचार्य
प्रभारी प्राचार्य राकेश श्रीवास्तव पूर्व से ही अपने विवादित कार्य प्रणाली के लिए मशहूर हैं।
सलंग्नीकरण के आधार पर हाईस्कूल जोधपुर में रहते हुए इन्होंने अपने स्टाफ को मानसिक प्रताड़ना दी जिसके चलते उनके स्टाफ का ही एक कर्मचारी मरणासन्न के हाल में आ गया था जिस पर लगातार मामला उठा। लेकिन सांठ-गांठ होने के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया में संरक्षण की महक
1 . संकुल प्राचार्य लिखित में दें मैं त्वरित कार्यवाही करूंगा । जैसे ही मेरे पास लिखित में आएगा मैं कार्यवाही कर दूंगा।
आनंद राय सिन्हा ( सहायक आयुक्त) जनजाति कार्य विभाग जिला शहडोल।
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2. वहीं दूसरी ओर जब संकुल प्राचार्य से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि हां प्रभारी प्राचार्य राकेश ने आदेश लेने से इनकार किया है और आज मैंने लिखित में जमा भी कर दिया है।
डीसी शुक्ला (संकुल प्राचार्य) संकुल केंद्र सिंहपुर जिला शहडोल