जयसिंहनगर : राम भरोसे चल रहा इलाज दीवान के राज मे चरमराई जयसिंहनगर की स्वास्थ्य व्यवस्था , करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ जयसिंहनगर सामुदायिक अस्पताल का भवन ,ना पर्याप्त मात्रा में है दवाइयां नहीं है कोई तकनीकी उपकरण
राम भरोसे चल रहा इलाज दीवान के राज मे चरमराई जयसिंहनगर की स्वास्थ्य व्यवस्था ,
करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ जयसिंहनगर सामुदायिक अस्पताल का भवन ,ना पर्याप्त मात्रा में है दवाइयां नहीं है कोई तकनीकी उपकरण
जयसिंहनगर (संजय गर्ग)। इन दिनों जयसिंहनगर स्वास्थ्य विभाग अपनी लचर व्यवस्था के चलते सुर्खियों में बना हुआ है। जिसका सबसे बड़ा कारण करोड़ों की लागत से बनकर तैयार हुआ सामुदायिक जिला अस्पताल का नया भवन है। जो बाहर से देखने पर जितना सुंदर दिखता है अंदर से पूरी तरीके से खोखला है । प्राप्त जानकारी के अनुसार
भवन बनकर तैयार हुए लग – भग डेढ़ वर्ष होने जा रहा है । किंतु अब तक उक्त भवन में ना ही कोई तकनीकी उपकरण मौजूद हैं जिससे मरीजों की जांच की जा सके और ना ही सर्दी जुकाम हो जाने पर पर्याप्त मात्रा में दवाइयां वहां पर मौजूद है।
ऐसे में जयसिंहनगर की स्थानीय जनता को पूर्ण रूप से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
जिससे आए दिन मरीज को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
नहीं है पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर
स्थानीय जानो से प्राप्त जानकारी के अनुसार जयसिंहनगर सामुदायिक अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में नहीं है। यदि एक साथ 10 से ज्यादा मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा लगती है तो वहां पर ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो जाती है। ऐसे में गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
नहीं है दवाइयां
सामुदायिक अस्पताल जयसिंहनगर में स्वास्थ्य बुनियादी सुविधाएं मानो खून के आंसू रो रही है। मामूली इलाज कराने जाने वाले मरीजों के लिए भी दवाइयां की कमी होती है। ऐसा वहां के स्थानीय जनो ने हमें बताया है।
ओपीडी मे बनी रहती है चिकित्स्कों की किल्लत
स्थानीय स्तर पर चर्चा के बाद प्राप्त जानकारी अनुसार लगभग 40 से 50 किलोमीटर तक के क्षेत्र के लिए स्वास्थ्य सुविधा, आकस्मिक दुर्घटनाओ आदि के लिए एकमात्र सहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जयसिंहनगर वर्तमान मे चिकित्साको की कमी से जूझ रहा है प्रतिदिन चलने वाली ओपीडी मे भी बैठकर इलाज करने मे वर्तमान मे पदस्थ चिकित्स्कों की कोई रूचि नही दिखाई देती वर्तमान समय मे उपलब्ध चिकित्सक ओपीडी से ज्यादा समय खुद के आवासो से मरीज देखने मे अपनी रूचि दिखाते दिखाई देते है l यही नही स्वयं बीएमओ का भी ओपीडी मे आने वाले मरीजों से कोई लेना देना नही l इलाज कार्य को छोड़कर अन्यत्र कार्यों मे इनकी विशेष रूचि होने की चर्चा क्षेत्र मे जन चर्चा का विषय है l सूत्रों से प्राप्त जानकारी पर यकीन करे तो यह भी कहा जाता है की इनके बीएमओ के प्रभार के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जयसिंहनगर मे व्यवस्थाओ की स्थिति बद से बदत्तर हो रही है जिसका खामियाजा आज क्षेत्र के आम जन मानस को उठाना पड़ रहा है l
जिम्मेदारों की ऐसी प्रतिक्रिया
मुझे समझ में नहीं आता है कि लोग लोकल पत्रकारों को ना बात करके आप तक सूचना देते हैं। मेरे पास यदि कोई मरीज आता है तो मैं बाकायदा उसका इलाज करता हूं। आपको यह सब जानकारी कहां से प्राप्त होती है।
के. एल . दीवान (खंड चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी) ।
जयसिंहनगर जिला शहडोल