शहडोल ( संजय गर्ग ) मामला जिले के सिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां पर वर्ष 2018 में स्वास्थ्य केंद्र सिंहपुर के द्वारा जिला अस्पताल में कैंप का आयोजन किया गया था।
जिसमें रीना त्रिपाठी पति अरविंद त्रिपाठी मूलनिवासी जनपद जैसीनगर के द्वारा दिनांक 22 12 2018 को इनके द्वारा एलटीटी ऑपरेशन कराया गया था जिसमें डॉक्टरों के द्वारा लापरवाही बरती गई थी।
हालांकि कुछ समय तक ऑपरेशन कराने के बाद हालात ठीक थे।
किंतु 5 वर्ष बाद 6 दिसंबर 2022 को महिला जिला अस्पताल में भर्ती होती है जहां पर उसे पता चलता है कि उसका ऑपरेशन फेल हो चुका है और नवजात गर्भ नहीं ठहर गया है। करीबन 10 दिन जिला अस्पताल में महिला का इलाज चलता है। जहां पर डॉक्टर से बताते हैं कि आपकी कोई नस दबी हुई है। करीबन 10 दिन के इलाज के बाद महिला को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाता है।
शिकायत के बाद कि पैसे की मांग
महिला को डिस्चार्ज करा कर उसके पति अरविंद त्रिपाठी के द्वारा सिंहपुर स्वास्थ्य केंद्र में शिकायत की जाती है,
जब फरियादी वहां शिकायत लेकर के जाता है तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिंहपुर में पदस्थ कुछ अधिकारियों के द्वारा महिला के पति से कहां जाता है कि एक फॉर्म आता है आप उसे भर दें और साथ ही साथ 3000 रुपए की मांग भी की जाती है। जिसकी शिकायत फरियादी द्वारा कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है। प्रार्थी ने बताया है कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कर्मचारियों द्वारा यह कहा गया कि फार्म भर के इतने पैसे दोगे तभी तुम्हें मुआवजा मिलेगा।
प्रार्थी ने मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी एवं कलेक्टर से शिकायत करते हुए बताया कि।
जो कि प्रार्थी आर्थिक रूप से कमजोर है ।और उसके साथ अन्याय हो रहा है, उसने बताया कि अधिकारी कहते हैं तुम्हारा ऑपरेशन हुआ ही नहीं है , क्योंकि महिला की नस दबी हुई है जबकि यह बात ऑपरेशन के दौरान प्रार्थी एवं मरीज को नहीं बताई गई,।
इस पूरे घटनाक्रम में बड़ा सवाल ये उठता है कि यदि महिला का ऑपरेशन हुआ ही नहीं था तो महिला को एलटीटी का प्रमाण पत्र किस आधार पर दिया गया। जो कि यह जांच का विषय है।
इनका कहना
यदि हितग्राही 90 दिन के भीतर अपने संपूर्ण दस्तावेज आवेदन के साथ संलग्न करके प्रस्तुत करें तभी हितग्राही को मुआवजा मिल सकता है,
एवं पैसे की मांग कोई नहीं कर रहा है क्या हितग्राही स्वास्थ्य केंद्र में मौजूद है तो मैं दिखाता हूं।
वाई .के पासवान
बीएमओ सिंहपुर