शहडोल: भगवती इंडिया मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड शहडोल शाखा पर लगा धोखाधड़ी का आरोप , अग्रिम राशि जमा करा कर वाहन देने से कर रहे आनाकानी
शहडोल (संजय गर्ग) । प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां जमकर ग्राहकों का शोषण कर रही है पहले आफर वह नई नई स्कीम में बताकर ग्राहकों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर ग्राहकों का जमकर शोषण करते हैं वहीं ग्राहक बेबस लाचार दिख रहे हैं ऐसा ही एक ताजा मामला प्रकाश में आया है भगवती इंडियन मोटर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शहडोल का जहां ग्राहक कंपनी के दिए गए आफर में गाड़ी तो बुक करा ली लेकिन महीनों से चक्कर काटने के बाद भी ग्राहक को गाड़ी नहीं मिली इस तरह न जाने कितने ग्राहक होंगे जो कंपनियों की एजेंसी के चक्कर काट रहे हैं वही जिला प्रशासन भी मुक बधिर बनकर सब कुछ देख रहा है आखिर इस तरह के धोखाधड़ी का जिम्मेदार कौन….?
*यह है पूरा मामला*
ग्राम नवागांव के रहने वाले प्रकाश सिंह चंदेल ने जानकारी देते हुए बताया कि मैने जनवरी 21 जनवरी को भगवती इंडिया मोटर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शाखा शहडोल से थार वाहन हेतु अग्रिम राशि ₹36000 जमा कर वाहन बुक कराया था साथ-साथ आवेदक ने अपने वाहन पंजीयन नंबर को उसके मन मुताबिक नंबर देने का अनुरोध क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को कम्पनी के ही माध्यम से अनुरोध किया था जिस पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी शहडोल द्वारा सदभावना पूर्वक शासन के नियमानुसार आवेदक प्रकाश सिंह चंदेल को 60 दिवस का समय निहित करते हुए उक्त वाहन को पंजीयन कराने के निर्देश भी दिए जिसे लेकर प्रकाश सिंह भगवती इंडिया प्राइवेट कंपनी लिमिटेड शहडोल के शाखा प्रबंधक के पास पहुंचे तब वहां के शाखा प्रबंधक ने आवेदक को वाहन देने से साफ मना कर दियाऔर कहा हम आपको 4 माह पश्चात ही वाहन उपलबध करा पाएंगे पीड़ित ग्राहक प्रकाश सिंह चंदेल द्वारा बार-बार निवेदन किया गया की परिवहन अधिकारी ने मुझे मेरे मनपसंद के चॉवाइस नंबर में मात्र साठ दिवस का समय दिया है तथा आपके शाखा में मैंने अग्रिम राशि रू 36000 जनवरी माह में कंपनी के ऑनलाइन ऑफर अनुसार जमा कराई है।महिद्रा एंड महिंद्रा कंपनी तथा भगवाती मोटर प्रबंधक के इस कृत्य से आवेदक की मानसिक व सामाजिक हालत खराब हुई जिसपर उसने भगवती इंडिया मोटर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी शहडोल के शाखा प्रबंधक के विरुद्ध पुलिस अधीक्षक शहडोल से शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। और मांग कि जल्द से जल्द मुझे वाहन दिया जाए।
बेतुकी बयानबाजी करते हुए प्रबंधक
जब इस संबंध में भगवती इंडिया मोटर्स के शाखा प्रबंधक शशांक सिंह से बात की गई तू उनके द्वारा बेतुका बयान देते हुए कहा गया कि
उन्हीं से पूछिए बुकिंग उन्होंने कराई है गाड़ी कंपनी के पास अभी नहीं है जब कंपनी से गाड़ी आएगी तभी हम दे पाएंगे 4 महीने भी लग सकते हैं 6 महीने भी लग सकते हैं इसमें हम कुछ नहीं कर सकते।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या यदि कंपनी के पास गाड़ी नहीं थी तो कंपनी ने किस आधार पर अग्रिम राशि जमा कराई और फिर अग्रिम राशि जमा कर आते समय भी कंपनी द्वारा ग्राहक को या नहीं बताया गया कि अभी हमारे पास गाड़ी उपलब्ध नहीं।
यदि गाड़ी कंपनी के पास नहीं है तो एडवांस बुकिंग कराने का और अग्रिम राशि जमा कराने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
देखने में तो ऐसा लगता है कि कंपनी ने जानबूझकर ग्राहक को हंसाते हुए अग्रिम राशि पहले जमा करवा ली और उसके बाद वाहन देने में आनाकानी कर दी।
देखते हैं कि इस प्रकार की धोखाधड़ी को प्रशासन किस स्तर पर लेता है और क्या कार्रवाई करता है।