जयसिंहनगर : तो क्या यहां ???? सीएमएचओ का चलता है मौखिक आदेश , मैं मौखिक आदेश का करता हूं पालन …. बीएमओ जयसिंहनगर
तो क्या यहां ???? सीएमएचओ का चलता है मौखिक आदेश ,
मैं मौखिक आदेश का करता हूं पालन …. बीएमओ जयसिंहनगर
जयसिंहनगर । (संजय गर्ग) । विश्व सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि अपने आका के संरक्षण में लगातार सिविल अस्पताल जयसिंहनगर में नियम विरुद्ध कार्य किया जा रहे हैं।
जहां पर सीएमएचओ खुद ही आदेश जारी करते हैं और मौखिक में उस आदेश को पानी पिला देते हैं। ऐसा हम नहीं कहते ऐसा जयसिंहनगर खंड चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के . एल. दीवान का कहना है।
कुछ ऐसे उड़ रही नियमों की धज्जियां
6 नवंबर 2024 को मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी शहडोल के द्वारा स्था 2024 7735 पत्र क्रमांक में सिविल अस्पताल जयसिंहनगर में संलग्न तीन नर्सिंग कर्मचारी उमरवती मरावी , कुमारी शिखा चंदेल , आरती बैरागी , तीनों नर्सिंग कर्मचारी को उनके मूल पद अंकित संस्था सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनसुकली के लिए कर मुक्त किया जाता है। इसी आदेश के परिपालन में सिविल अस्पताल जयसिंहनगर के मुख्य खंड चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा भी सीएमएचओ के आदेश के एक माह पश्चात 27 दिसंबर 2024 को कार्य मुक्ति का आदेश तीनों नर्सिंग कर्मचारी के लिए जारी करते हैं। किंतु आदेश जारी होने के बाद भी आज दिनांक तक तीनों कर्मचारियों सिविल अस्पताल जयसिंहनगर में ही संलग्न है। ऐसा क्यों है यह तो समझ के परे हैं।
संदिग्धता के दायरे में जिम्मेदार
इस पूरे मामले में दोनों ही जिम्मेदारों की क भूमिका संदिग्ध नजर आती है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पहले आदेश सीएमएचओ जारी करते हैं आदेश जारी करने के पश्चात एक माह का अंतराल में सिविल अस्पताल जयसिंहनगर के खंड चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी भी आदेश जारी करते हैं। लेकिन दोनों ही जिम्मेदारों के आदेश निष्क्रिय से हो जाते हैं। और तीनों ही नर्सिंग कर्मचारी आज दिनांक तक जयसिंहनगर सिविल अस्पताल में ही कार्यरत हैं।
जब इस संबंध में खंड चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के एल दीवान से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पहले आदेश सीएमएचओ ने जारी किया था और बाद में उन्होंने मुझे मौखिक रूप से आदेशित किया कि तीनों कर्मचारियों को मुक्त नहीं करना है।
इस प्रतिक्रिया के बाद एक बात तो साफ हो जाती है कि यहां पर कार्य मुक्ति के नाम पर जो दाल पकाई जा रही है वह पूरी की पूरी काली है।
अपुष्ट सूत्रों की माने तो दाल में भ्रष्टाचार की महक आ रही है।
ऐसी प्रतिक्रिया
मेरे को डिस्टर्ब मत करिए मैं कलेक्टर के चेंबर में हूं ठीक है ना।
राजेश मिश्रा मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी जिला शहडोल।