शहडोल : एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है योग: योगाचार्य शिवाकांत शुक्ला , योग के माध्यम से, भारतीय गुरुओं ने लोगों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने की दी सीख ।
एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है योग: योगाचार्य शिवाकांत शुक्ला
योग के माध्यम से, भारतीय गुरुओं ने लोगों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने की दी सीख
शहडोल (संजय गर्ग) । भारत को पुन: विश्व गुरु बनाने में योग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है है। योग एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो शरीर, मन और आत्मा के एकीकरण पर बल देता है। योग के माध्यम से, एक व्यक्ति अपने शरीर, मन और आत्मा के साथ संपूर्ण संयोग को अनुभव कर सकता है।
भारत में योग का विकास हजारों वर्षों से हो रहा है और यहां के ऋषि- मुनि एवं गुरुओं ने योग की गहराईयों को समझने और उसे प्रयोग करने पर विशेष ध्यान दिया है। भारतीय योगी और ऋषि महर्षि पतंजलि को योगदर्शन का प्रवर्तक माना जाता है, जिन्होंने अपने योग सूत्रों में योग के विभिन्न आयामों को प्रस्तुत किया है।
योग की भूमिका विश्व गुरु भारत बनाने में उसके व्यापक और गहरे असर के कारण है। योग के माध्यम से, भारतीय गुरुओं ने लोगों को स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने, मानसिक शांति प्राप्त करने, अधिक संवेदनशीलता विकसित करने और अपने प्रभावशाली पोटेंशियल को पहचानने की सीख दी है। योग के अभ्यास से, एक व्यक्ति अपने मन को नियंत्रित कर सकता है, स्वस्थ रह सकता है, तनाव को कम कर सकता है और अपने अंतरंग शक्तियों को जागृत कर सकता है। योग के प्रचार-प्रसार से भारत ने विश्व में एक मान्यता प्राप्त की है जहां योग का अभ्यास करने के लिए लाखों लोग यात्रा करते हैं। भारतीय योग गुरु विदेशों में योग कक्षाएं, शिविर और प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं, और योग के गहरे ज्ञान को दुनिया के लोगों तक पहुंचाते हैं। इसके अलावा, भारत सरकार ने योग को वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने के लिए विश्व योग दिवस के रूप में 21 जून को योगोत्सव मनाने का निर्णय लिया है। जिसमे इस बार नवम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम है “वसुधैव कुटुंबकम्” अर्थात धरती ही परिवार।
ऐसे माध्यमों से भारत योग के महत्व को विश्व में प्रमोट कर रहा है और लोगों को योग द्वारा शान्ति, स्वास्थ्य और उन्नति के लाभों से अवगत करवा रहा है। इस प्रकार, योग विश्व गुरु भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और देश को वैश्विक मान्यता प्राप्त करने में सहायता करता है।