जयसिंहनगर : प्राचार्य की अध्यक्षता में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित , शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, मे हर्षोल्लास के साथ किया गया ध्वजारोहण
प्राचार्य की अध्यक्षता में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित ,
शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, मे हर्षोल्लास के साथ किया गया ध्वजारोहण
जयसिंहनगर (संजय गर्ग) । आजादी के अमृत महोत्सव एवं 76वीं वर्ष गांठ के तत्वावधान में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय महाविद्यालय जयसिंहनगर, शहडोल (मध्य प्रदेश) में पूरे हर्षोल्लास के साथ ध्वजारोहण किया गया । हर घर तिरंगा के अभियान को केंद्र में रखते हुए महाविद्यालय में प्रमुख चार कार्य स्थलों पर ध्वजारोहण किया गया। एन एस एस के अधिकारी प्रो. उत्तम सिंह, सहायक प्राध्यापक, प्राणी शास्त्र एवं क्रीड़ा अधिकारी श्री दिलीप कुमार शुक्ला के संयुक्त निर्देशन में एन.एस. एस इकाई द्वारा परेड करते हुए तिरंगे झंडे को सलामी दी गई। महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र कुमार द्विवेदी जी द्वारा ध्वजारोहण किया गया साथ ही तिरंगे की शान में राष्ट्रगान गाते हुए सभी ने तिरंगे को सलाम किया। प्राचार्य महोदय ने अपने उद्बोधन में शहीदों को याद करते हुए उनकी कुर्बानी को प्रणाम करते हुए प्रत्येक नागरिक को अपने अपने कार्य एवं उत्तरदायित्व को पूरी निष्ठा के साथ करने को ही राष्ट्र सेवा बताया , उन्होंने कहा की स्वतंत्रता का अर्थ बड़ा ही अनमोल है , स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाले प्रत्येक नागरिक को इसका मूल्य समझना होगा ,क्योंकि यह आजादी हजारों महापुरुषों, क्रांतिकारियों एवं राष्ट्र भक्तों की कुर्बानी से हमें प्राप्त हुई है ।आज हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं साथ ही हमें चाहिए कि राष्ट्र के प्रति सच्ची निष्ठा और इमानदारी के साथ अपने-अपने दायित्वों को निभाना चाहिए ,यही सच्ची देशभक्ति और राष्ट्रभक्ति है। महाविद्यालय में नवीन भवन कार्यस्थल पर डॉ मंगल सिंह अहिरवार, सहायक प्राध्यापक , हिंदी द्वारा ध्वजारोहण किया गया तथा राष्ट्र के सम्मान और तिरंगे की शान में राष्ट्रगान गाया गया। इसी कड़ी में महाविद्यालय परिसर में कन्या छात्रावास में ध्वजारोहण छात्रावास की अधीक्षक व सहायक प्राध्यापक, राजनीति शास्त्र डॉ. ममता पांडे द्वारा किया गया । महाविद्यालय में खेल एवं शारीरिक शिक्षा विभाग बैडमिंटन हॉल कार्यस्थल पर क्रीड़ा प्रभारी प्रो .गजेंद्र परते , सहायक प्राध्यापक, अर्थशास्त्र ने ध्वजारोहण किया । तत्पश्चात महाविद्यालय प्रांगण में देश भक्तो की कुर्बानी को सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से याद किया गया । उक्त प्रस्तुतियों में छात्र छात्राओं द्वारा नृत्य, सामूहिक नृत्य , गीत गायन, नाटक, काव्य पाठ के रूप में भव्य प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। प्राचार्य की अध्यक्षता में आयोजित इस रंगारंग कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। क्रीड़ा अधिकारी दिलीप शुक्ला द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए। उक्त कार्यक्रम में जयसिंहनगर के दो सेवानिवृत्त एवं वरिष्ठ नागरिक शारदा प्रसाद द्विवेदी जिन्होंने ओरियंट मिल एमलाई में, शिफ्टिंग इंचार्ज के रूप में 37 वर्ष तक सेवा दी , साथ ही महाविद्यालय में आई क्यू ए सी समिति में सदस्य के रूप में भूमिका अदा कर पूरे निष्ठा के साथ अपने दायित्वों को पूर्ण कर राष्ट्र सेवा की ,ऐसी विभूतियों का सम्मान प्राचार्य द्वारा शाल एवं श्रीफल भेंटकर किया गया। शंकुलाल अहिरवार जिन्होंने अपनी सेवा कोल फील्ड में निरंतर दी साथ ही समाज में समतामूलक समाज की कल्पना करने वाले 70 वर्षीय बुजर्ग को प्राचार्य द्वारा शाल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। उक्त कार्यक्रम में पूर्व में संपन्न कई विधाओं में प्रथम , द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. लवकुश दीपेंद्र, सहायक प्राध्यापक ,राजनीति शास्त्र, डॉ.राजेंद्र प्रसाद वर्मा, सहायक प्राध्यापक वनस्पति शास्त्र,श्री सतीश वर्मा सहायक प्राध्यापक, प्राणी शास्त्र, डॉ.यदुवीर प्रसाद मिश्रा, डॉ. कमलेश जायसवाल, मनौअर अली , आदित्य कुमार शुक्ला, जसीम अहमद, विवेक पाठक अजीत कुमार कुशवाहा, विपिन कुमार गुप्ता , सीतेंद्र प्यासी, मनोज कुमार प्रजापति, अनिल कुमार वर्मा , श्रवण कुमार मिश्रा, रामनरेश चौधरी, देवेन्द्र कुमार आर्य , रामनारायण चौधरी एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल एवम कुशल संचालन सांस्कृतिक प्रभारी कुमारी श्रेया दुबे ने किया एवं कार्यक्रम आभार के पूर्व प्राचार्य के द्वारा पंच प्रण शपथ दिलाई गई । तत्पश्चात अध्यक्षीय भाषण के साथ कार्यक्रम की सफल समाप्ति की घोषणा की गई।