गोहपारू/शहडोल:नियमों की तिलांजलि देकर लूट का व्यापार करती पंचायत एजेंसी , फर्जी मस्टर रोल , लाखों की शासकीय राशि का गोल – मोल
नियमों की तिलांजलि देकर लूट का व्यापार करती पंचायत एजेंसी ,
फर्जी मस्टर रोल , लाखों की शासकीय राशि का गोल – मोल
शहडोल / गोहपारू (संजय गर्ग) । जिस प्रकार इन दिनों लूट का व्यापार ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा किया जा रहा है।
जिसे देखने में ऐसा प्रतीत होता है कि इस लूट के व्यापार को जनपद में बैठे जिम्मेदारों की मुक सहमति प्राप्त है।
तभी तो विकास कार्यों के नाम पर जिस प्रकार शासकीय राशि की होली खेली जाती है । और यदि सूत्रों की माने तो इसमें सभी का कमिशन फिक्स रहता है।
ऐसा ही एक मामला जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर जनपद गोहपारू के ग्राम पंचायत रतहर में सामने आया है जहां पर ग्राम पंचायत के सचिव सरपंचों के द्वारा मनरेगा मद से 15 वित्त के तहत 32 लाख के स्टाप डैम निर्माण में व्यापक अनियमिताओं के तहत कार्य पूर्ण कर फर्जी मस्टर रोल से लगभग 4.50 लाख रुपए की शासकीय राशि का बंदरबांट ग्राम पंचायत के सचिव सरपंच के द्वारा किया गया।
नाम तेरा काम मेरा वाली कहावत को करते चरितार्थ
दरअसल 32 लाख रुपए की लागत से गुलगुल नाला राम कुशल के खेत के पास बने इस स्टॉप डैम में फर्जी मस्टर रोल भरकर शासकीय राशि निकाली गई है।
मजे की बात तो यह है कि कथित डैम रतहर ग्राम पंचायत में बना हुआ है। लेकिन जिन श्रमिकों की हाजिरी मस्टर में भरी गई है। वह श्रमिक पड़ोस की ही पंचायत मलमाथर के रहने वाले हैं।
जारी मस्टर रोल में जिन श्रमिकों की हाजिरी भरकर राशि निकाली गई है उसमें स्पष्ट तौर पर उनके नाम के आगे मलमाथर गांव का नाम लिखा हुआ है।
ऐसे दी नियमों की तिलांजलि
दरअसल मनरेगा मद से कराए जाने वाले निर्माण कार्यों में मजदूर व श्रमिकों को मास्टर रोल में हाजिरी भरकर पेमेंट देने का प्रावधान है। नियम कहते हैं कि जिस जगह पर निर्माण कार्य हुआ है उसी जगह के श्रमिकों को मस्टर में नाम चढ़ाकर भुगतान किया जाए। लेकिन ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव द्वारा अपनी जेब गर्म करने के लिए सारे नियम कानून की तिलांजलि दे दी गई और रतहर में काम करा कर पहले ही कुछ राशि निकाली गई इसके बाद मस्टर में रतहर के श्रमिक की आईडी इंगेज जाने लग गई।
इसके बाद भ्रष्टाचार करने के उद्देश्य से पड़ोसी गांव मलमाथर के श्रमिकों के नाम से फर्जी राशि निकालकर बंदरबांट कर लिया गया ।
मस्टर रोल में इनके नाम
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार फर्जी मस्टर रोल भरकर राशि निकालने के पूरे मामले में जहां एक तरफ सरपंच सचिव भ्रष्टाचार के कटघरे में खड़े हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर कथित मस्टर रोल में एक झोलाछाप डॉक्टर का नाम भी शामिल है। उसके बाद मलमाथर गांव के ही दिनेश , सोनू , राम सिंह , राम नरेश , मीरा , उमाकांत तिवारी , राजकुमारी तिवारी , मंजू और रजनी तिवारी का नाम शामिल है।
उपयंत्री की कार्य प्रणाली पर सवाल
अपुष्ट सूत्रों के अनुरूप वहीं दूसरी ओर स्टाफ डैम निर्माण करके मूल्यांकन करने वाले उपयंत्री के कार्य प्रणाली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
देखना यह होगा कि क्या मामला प्रकाश में आने के बाद
जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्यवाही की जाती है या नहीं या इसी प्रकार ग्राम पंचायत एजेंसी अपने लूट का व्यापार जारी रखेगी।
इनका कहना
1.इस संबंध में जब उपयंत्री से बात करने के लिए संपर्क साधा गया तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।
पवन वर्मा ( उप यंत्री) जनपद पंचायत गोहपारू जिला शहडोल
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2.विभागीय काम है चलता रहता है। मेरे पास दो पंचायत का प्रभार है मुझे सब तरफ देखना पड़ता है आप जो बता रहे हैं मेरे को पता नहीं है अगर आप बोल रहे हैं तो मैं दिखवा लेता हूं।
चंद्रशेखर सिंह (सचिव) ग्राम पंचायत रतहर जनपद गोहपारू जिला शहडोल (म . प्र)