शहडोल / ब्यौहारी: अंधेर नगरी चौपट राजा के तर्ज पर चल रहा ब्यौहारी जनपद ,पंचायत में हुए सौर ऊर्जा घोटाले पर क्यों साधी चुप्पी
अंधेर नगरी चौपट राजा के तर्ज पर चल रहा ब्यौहारी जनपद ,
पंचायत में हुए सौर ऊर्जा घोटाले पर क्यों साधी चुप्पी
शहडोल / ब्यौहारी (संजय गर्ग)। कहते हैं गुना करने वाले गुनहगार से ज्यादा बड़ा अपराधी है। गुनहगार को सा देने वाला होता है। जो चुप चाप गुनहगार द्वारा किए जा रहे हैं गुनाहों को देखता रहता है उसके पास समस्त अधिकार होने के बावजूद भी वह उन पर चुप्पी साधे रहता है।
ऐसा करने से दो विसंगतियों का जन्म होता है । पहले गुनाह करने वाले गुनहगार का हौसला बुलंद और दूसरा दोबारा गुनहगार के अंदर दूसरा अपराध करने की विकृत मानसिकता की उत्पत्ति।
ऐसा ही कुछ इन दिनों ब्यौहारी जनपद के ग्राम पंचायत हिरवार में हुए सौर ऊर्जा घोटाले मामले में हुआ है।
जहां पर लगातार ग्राम पंचायत के सचिव सुखदेव मिश्रा एवं पंचायत में राजनीतिक संरक्षण प्राप्त ऑफ द रिकॉर्ड ठेकेदारी करने वाला आर .बी . सिंह ने मिलीभगत कर शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया।
अपने ही सगे संबंधियों के खाते में लिए पैसे
पुस्ट सूत्रों के अनुसार इतना ही नहीं कथित सचिव सुखदेव मिश्रा एवं पंचायत में ऑफ़ द रिकॉर्ड सरपंची कर रहा आरबी सिंह ने अपने ही पुत्र व पुत्री के खाते में पंचायत में 15वें वित्त के तहत हुए सौर ऊर्जा कार्य में ठेकेदार का बिल पास करने के नाम पर 1लाख 90हजार रुपए की रिश्वत ली गई है।
ऐसे किया राशि का बंदर – बांट
ठेकेदार से बिल पास करने के बदले में ली गई 1लाख 90हजार रुपए की रिश्वत की राशि का बंदर – बांट दोनों ने ही कुछ इस तरीके से किया जिसमें आरबी सिंह के पुत्र के खाते में एक के बाद एक अलग-अलग डेटों में 1लाख 10 हजार रुपए की राशि अंतरित हुई ।
इसी तरह कमीशन की बाकी रकम₹80 हजार रुपए में से 45 हजार रूपए पंचायत सचिव सुखदेव मिश्रा की पुत्री के खाते में अंतरित हुई है। जिसका स्क्रीनशॉट कुछ दिनों पूर्व सोशल मीडिया में वायरल हो चुका है ।
सीईओ पर लगे भ्रष्टाचार को सह देने के आरोप
सूत्रों के अनुसार अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए जनपद ब्यौहारी के प्रभारी सीईओ विजय सिंह पर भ्रष्टाचारियों को खुला संरक्षण देने का आरोप लगा है।
लगातार सोशल मीडिया पर कथित हिरवार पंचायत में भ्रष्टाचार की रकम डिजिटल ट्रांसफर हुई जिसका स्क्रीनशॉट वायरल सोशल मीडिया पर हुआ इसके बावजूद भी पंचायत सचिव के ऊपर जो की एक शासकीय कर्मचारी है और ग्राम पंचायत से संबंध रखता है। लेकिन उस पर कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है।जिस पर कहीं ना कहीं भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप जो कि प्रभारी सीईओ विजय सिंह पर लग रहे हैं जिससे कहीं ना कहीं उनकी छवि भी धूमिल होती नजर आ रही।
अब देखना यह होगा कि क्या प्रभारी को इस पूरे मामले पर निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही करते हैं और अपने ऊपर भ्रष्टाचार्यों का संरक्षण देने के सह के आरोपों का खंडन किस प्रकार करते हैं यह देखना होगा।
इनकी प्रतिक्रिया
जी मैं बाहर चला गया था आज मैं मामले को दिखाता हूं। जल्द ही जांच चालू हो जाएगी।
और सौर ऊर्जा के समस्त दस्तावेजों का अवलोकन मैं अभी मंगा कर करता हूं।
विजय सिंह प्रभारी सीईओ जनपद ब्यौहारी जिला शहडोल